नई दिल्ली: अभी तक देश से मन की बात कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अब देश के मन की बात जानेंगे. प्रधानमंत्री आज को अवाम से राबता क़ायम करने के लिए जनता से सीधे मुख़ातिब होंगे. यह पहला ऐसा मौक़ा, प्लेटफार्म होगा जहां जनता अपने प्रधानमंत्री से मन की बात करेगी. वह भी सीधे आमने-सामने. इस प्लेटफार्म का नाम है…‘टाउन हॉल’. जानिए इसकी 10 खास बातें….
1. सरकारी नीतियों में जनभागीदारी के लिए लॉन्च किए ‘माय गॉव’ एप के दो साल पूरे होने के बाद अब वह सीधे जनता से अपनी टीम के साथ रूबरू होंगे. 6 अगस्त को एप के दूसरी वर्षगांठ पर भारत सरकार, इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में देश भर के दो हजार लोगों से सीधे सवाल ही नहीं, उनके सुझाव भी लेगी.
2. इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में होने जा रहे इस कार्यक्रम को अमेरिका की तर्ज पर ‘टाउन हॉल’ नाम दिया गया है. यह पहली बार होगा कि देश की सरकार समस्याओं-समाधान और सरकारी नीतियों पर सीधे लोगों से संवाद करेगी.
3. यहां आने वाले 2 हजार लोगों में इंडस्ट्री, शिक्षा, कारेाबार, तकनीकी, स्टार्टअप की दुनिया के लोगों के साथ विश्वविद्यालयों के छात्र भी होंगे. शनिवार सुबह 11 बजे से ‘टाउन हॉल’ शुरू हो चुका है. इस में वित्त मंत्री अरुण जेटली समेत सरकार के कई मंत्री और तमाम मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
4. शाम को पांच बजे खुद प्रधानमंत्री भी आएंगे. यहां आए सभी दो हजार लोगों के सवालों की प्रकृति के लिहाज से उन्हें सवाल पूछने का समय और सरकार की तरफ से नुमाइंदा मुकर्रर कर दिया गया है.
5. इन दो हजार लोगों का चयन “माय गॉव” एप पर इनकी सक्रियता को देखते हुए किया गया है. दरअसल, एप में समस्यायें और उनके समाधान के लिए जनभागीदारी के उद्देश्य से इस एप को लॉन्च किया गया था.
6. प्रधानमंत्री ने मोदी ने माय गॉव एप लॉन्च करते वक्त इसे जनभागीदारी का का सशक्त माध्यम बताया था. जनता ने इसको लेकर उत्साह भी खूब दिखाया. माय गॉव के तहत सरकार ने एक वेबसाइट बनाकर ऐसी सुविधा दी है जहां लोग अपनी समस्याएं-समाधान भेज सकते हैं.
7. सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी हासिल कर सकते हैं. दो साल में 35 लाख लोगों से ज्यादा ने इस एप पर अपना पंजीकरण कराया. 18 लाख से ज्यादा ने अपनी प्रविष्टियां भेंजीं. करीब 589 विषयों पर सरकार के नुमाइंदों के साथ साधारण जन ने 34 लाख से ज्यादा संवाद किए हैं.
8. इस एप में जिन लोगों ने लगातार सुझाव दिए. सक्रिय रहे, उन्हें सरकार के साथ संवाद करने का मौका मिल रहा है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक, यह एक शुरुआत है, आने वाले दिनों में इसका और विस्तार किया जाएगा.
9. जनभागीदारी को कैसे सरकारी फैसलों में और बढ़ाया जाए, यह इसका उद्देश्य है. इसीलिए, सीधे जनता की राय सरकार का सर्वोच्च नेतृत्व ग्रहण करेगा, ताकि जमीन पर उसका असर असरदार तरीके से दिखाई पड़ सके. ध्यान रहे कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी जनता के साथ ‘टाउन हॉल’ कार्यक्रम के जरिये ही संवाद करते हैं जो काफी लोकप्रिय है.
10. करीब एक साल पहले प्रधानमंत्री मोदी जब अमेरिका में फेसबुक मुख्यालय गए थे तो वहां भी मार्क जुकरबर्ग ने मोदी के साथ अपने फेसबुक कर्मचारियों का ‘टाउन हॉल’ संवाद आयोजित किया था. उसमें मां के बारे में पूछे जाने पर भावुक मोदी सुबक पड़े थे जो काफी लोकप्रिय हुआ था.
0 comments:
Post a Comment