Taza4u - free web news

  • Home
  • Business
    • Internet
    • Market
    • Stock
  • Parent Category
    • Child Category 1
      • Sub Child Category 1
      • Sub Child Category 2
      • Sub Child Category 3
    • Child Category 2
    • Child Category 3
    • Child Category 4
  • Featured
  • Health
    • Childcare
    • Doctors
  • Home
  • Business
    • Internet
    • Market
    • Stock
  • Downloads
    • Dvd
    • Games
    • Software
      • Office
  • Parent Category
    • Child Category 1
      • Sub Child Category 1
      • Sub Child Category 2
      • Sub Child Category 3
    • Child Category 2
    • Child Category 3
    • Child Category 4
  • Featured
  • Health
    • Childcare
    • Doctors
  • Uncategorized
Showing posts with label allahabad. Show all posts
Showing posts with label allahabad. Show all posts

Saturday, 6 August 2016

पांच साल की बच्ची की मौत की वजह बनी अखिलेश यादव की बेरहम पुलिस

 lukiwils     01:49     allahabad, custody, death Father, Girl, Innocent, old, police, uttar, uttar pradesh     No comments   

पांच साल की बच्ची की मौत की वजह बनी अखिलेश यादव की बेरहम पुलिस
इलाहाबाद: इलाहाबाद में पांच साल की बच्ची की मौत के बाद आज जमकर कोहराम मचा. आरोप है कि कोई केस दर्ज हुए बिना ही एक भू माफिया के दबाव में इलाके की पुलिस बच्ची के मां-बाप को घर से लादकर थाने ले आई और बेवजह दिन भर उन्हें वहीँ बिठाए रखा.

इस दौरान उनकी बीमार बेटी घर पर तड़पती रही. मां-बाप रो-रोकर बीमार बेटी के इलाज की दुहाई देते रहे, लेकिन बेरहम पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा. पुलिस ने देर रात उसके पिता को तब छोड़ा जब बच्ची की मौत हो गई.

मां-बाप और पड़ोसियों ने आज सुबह पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बच्ची की लाश को सड़क पर रखकर देर तक हंगामा किया. दिल दहला देने वाले इस मामले पर अफसरान अब चुप्पी साधे हुए हैं.

ज़मीन का टुकड़ा बना गले की मुसीबत

इलाहाबाद में पांच साल की मासूम बेटी की लाश को सड़क पर रखकर इंसाफ की फ़रियाद करते इस दंपत्ति ने इलाहाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बिटिया की मौत के लिए बेरहम खाकी वालों को ज़िम्मेदार ठहराया है. किराए पर बांस बल्ली सप्लाई करने का कारोंबार करने वाले शहर के बेनीगंज इलाके के सुधीर कुशवाहा का आरोप है कि उसकी एक ज़मीन पर इलाके के कुछ भू माफियाओं की नजर थी. भू माफिया उस पर ज़मीन बेचने का दबाव डालते थे. आरोप है कि सुधीर इसके लिए राजी नहीं हुआ तो भू माफियाओं ने पुलिस से सांठ-गांठ कर उस पर जबरन सुलह कराने की रणनीति बनाई.

मां-बाप फरियाद करते रहे, लेकिन पुलिस ने नही सुनी

करेली थाने की पुलिस कल सुबह नौ बजे सुधीर के घर पहुँची और सुधीर व उसकी गर्भवती पत्नी सरोज को जीप पर लादकर थाने उठा लाई. थाने में सुधीर को लाकअप में डाल दिया गया जबकि उसकी पत्नी सरोज को मुंशी के कमरे में बिठा दिया गया. इस बीच वायरल बुखार और डिहाइड्रेशन से पीड़ित उनकी पांच साल की बेटी राधिका घर पर अकेली ही पडी रही. पति – पत्नी थाने पर बेटी की बीमारी की दुहाई देते हुए खुद को छोड़े जाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी. ख़ास बात यह है कि सुधीर के खिलाफ पुलिस में कोई केस भी दर्ज नहीं था.

इलाज के अभाव में चली गई बेटी की जान

दोपहर तीन बजे कई पड़ोसियों ने थाने पहुंचकर बेटी की हालत गंभीर होने की बात बताई तो घंटे भर बाद पुलिस ने सिर्फ उसकी मां सरोज को ही जाने की इजाजत दी. सरोज इन दिनों सात महीने की गर्भवती है, वह बच्ची को गोद में लेकर अस्पताल नहीं जा सकती थी. लिहाजा उसने पड़ोस की दूकान से दवा लेकर बेटी को खिलाई और पति को छुड़ाने के लिए फिर से थाने पहुँच गई. वहां उसने बिटिया की जिंदगी का वास्ता देकर पति को छोड़ने की फ़रियाद की, लेकिन वर्दी के नशे में मदहोश पुलिस वालों ने उसे गाली देकर भगा दिया.

मौत के बाद अस्पतालों का चक्कर काटते रहे मां-बाप

रात को बेटी राधिका ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया तो पड़ोसियों ने फिर से थाने पर खबर की. बेटी की मौत की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कई सादे कागजों पर सुधीर से दस्तखत कराने के बाद उसे छोड़ा. सुधीर और सरोज को बेटी की मौत का यकीन नहीं हुआ तो वह एक से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटते रहे. हालांकि हर जगह चेकअप के बाद उन्हें यही बताया गया कि उनकी लाडली अब इस दुनिया में नहीं रही.

इंसाफ के लिए सड़क पर दिया धरना

सुधीर और सरोज बेटी की लाश को लेकर आज सुबह घर के नजदीक बेनीगंज तिराहे पर सड़क पर बैठ गए. उनके साथ पड़ोस के कुछ और लोगों ने आकर रास्ता जाम कर दिया. मौके पर पहुँची पुलिस ने लाठियों के ज़ोर पर बाकी लोगों को तो भगा दिया, लेकिन बेटी को खो चुके मां – बाप दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक वहीं बैठे रहने की ज़िद पर अड़े रहे. बेटी की लाश को सीने से चिपकाकर इंसाफ की मांग करते हुए मां- बाप का साफ आरोप है कि राधिका की जान पुलिस की बेरहमी की वजह से गई है.

पिता ने पूछा सवाल तो बेजुबान हो गए अफसर

पिता सुधीर ने सीना पीट-पीटकर अफसरों से जब यह सवाल पूछा कि पुलिस आखिर उन्हें किस जुर्म में घर से पकड़कर ले गई थी तो वहां मौजूद पुलिस वालों के पास सिर झुकाने के अलावा कोई जवाब नहीं था. पड़ोसियों का भी साफ़ तौर पर कहना है कि बच्ची राधिका की मौत पुलिस की वजह से इलाज नही हो पाने के चलते हुई है.

अब लीपापोती की तैयारी में जुटी पुलिस

राधिका की मौत और उसके बाद हुए हंगामे पर इलाहाबाद के अफसरान चुप्पी साधे हुए हैं. वह मामले की जांच कराने के दावे तो कर रहे हैं लेकिन कैमरे पर कोई भी बयान देने से बच रहे हैं. अफसरान शायद ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इसमें उनके मातहतों की गलती साफ़ तौर पर नजर आ रही है और उनके पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है.

Read More
  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Older Posts Home

Ads By Google

Powered by Blogger.

Copyright © Taza4u - free web news | Powered by Blogger
Design by Hardeep Asrani | Blogger Theme by NewBloggerThemes.com | Distributed By Gooyaabi Templates