नई दिल्ली: अक्ल बड़ी या भैंस ये कहावत तो सुनी होगी आपने, हम इस कहावत की चर्चा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो के जरिए ये बताने की कोशिश की जा रही है कि पाकिस्तान में भैंस बड़ी है अक्ल छोटी.
इस वीडियो में दिखाया गया गया है कि लाहौर के एक फ्लाईओवर को भैंसे चढ़कर पार कर रहीं हैं. यहां सड़क पार करने के लिए भैंसों ने बाकायदा सीढ़ी चढ़ी और फिर दूसरी तरफ की सीढ़ियों से नीचे उतर गईं.
ये नजारा जब पाकिस्तान के जियो टीवी के रिपोर्टर अमीन हफीज ने देखा तो उन्होंने ये जानने की कोशिश की उन भैंसों ने सीढ़ियां चढ़ना कैसे सीखा. अमीन हफीज ने भैंसो के आगे अपना माइक लगाकर सवाल किया कि आपने फ्लाइओवर चढ़ना कैसे सीखा.?
जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया तक पहुंचा लोगों ने मजाक उड़ाना शुरू कर दिया. कोई कह रहा है ये सिर्फ पाकिस्तान में हो सकता है. कोई कह रहा है देखिए पाकिस्तान की भैंसें कितनी आधुनिक हैं सवाल पूछने पर जवाब भी देती हैं. एबीपी न्यूज ने जब इस वीडियो की पड़ताल की वीडियो के पीछे का मसकद सामने आया.
इस वीडीयो की शुरुआत से पहले एक लिंक भी है जिसे कोई नहीं दिखा रहा. इस एंकर लिंक में एंकर कहता है, “सरकार ने लाहौर के रिंगरोड समेत कई रोड्स को सिग्नल फ्री करने के लिए फ्लाईओवर ब्रिज बनाए हैं लेकिन इंसान इन पुलों को कम और जानवर ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. खाने और पानी की तलाश में जाने वाली गाय भैंसों ने इन सीढ़ियों को चढ़ना और उतरना कैसे सीखा उनसे जानने की कोशिश की हमारे संवादादा अमीन हफीज ने.”
अमीन हफीज की ये रिपोर्ट पाकिस्तान के लाहौर में बने एक फ्लाईओवर से जुड़ी है. फ्लाईओवर को इसलिए बनाया गया ताकि लोग सुरक्षित सड़क पार कर सकें लेकिन लोगों ने फ्लाईओवर के इस्तेमाल की जगह सड़क को फांदना ज्यादा मुनासिब समझा. इसकी साथ ही भैंसे वो करती नजर आईं जिसकी उम्मीद इंसानों से थी.
जियो टीवी के रिपोर्टर का भैंस से सवाल पूछना सिर्फ चर्चा हासिल करने के लिए नहीं था बल्कि ये संदेश देना था कि इंसान के आगे जानवर भी ज्यादा समझदार दिखाई दे रहे हैं.
लोगों को बात समझ आए इसलिए जियो टीवी की रिपोर्ट में इसी बात को व्यंग्य के जरिए समझाने की कोशिश की गई थी जिसे सिर्फ मजाक का जामा पहनाकर पेश किया गया. हुआ ये कि मकसद छुप गया और सिर्फ एक मजाक बाकी रह गया.
जो लोग इस वीडियो का इस्तेमाल पाकिस्तानी मीडिया को नीचा दिखाने के लिए कर रहे हैं वो गलत है क्योंकि इससे लोग गुमराह हो सकते हैं. एबीपी न्यूज की पड़ताल में ये वीडियो सच साबित हुआ है लेकिन वीडियो को लेकर जो बातें कही जा रही हैं वो नहीं.
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